
शंकर लाल अग्रवाल के जनसंपर्क से रायगढ़ शहर की राजनीतिक फिजा बदली
*शहर के हृदय स्थलों में शंकर लाल अग्रवाल के जनसंपर्क से रायगढ़ शहर की राजनीतिक फिजा बदली *
रायगढ़/रायगढ़ विधानसभा की राजनीति अब त्रिकोणीय मुकाबले की ओर अग्रसर हो चुकी है। कांग्रेस भाजपा के नेताओं के जनसंपर्क के बाद निर्दलीय प्रत्याशी एवं समाज सेवी शंकर लाल अग्रवाल के शहर के हृदय स्थलों में जनसंपर्क करने से रायगढ़ की राजनीतिक फिजा बदलने लगी है। सोमवार को सुबह 9.30 बजे शंकर लाल के साथ उनके समर्थक और कार्यकर्ता तथा विभिन्न समाज के प्रतिनिधि गांधीगंज राममंदिर गांधी चौक रामनिवास चौक इतवारी बाजार गौरीशंकर मंदिर चौक,हटरी चौक केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड,बिड पारा,हन्डी चौक ,सक्तिगुंडी चौक, नटवर स्कूल, भुजी भवन चौक आदि क्षेत्र में जनसंपर्क किया है। इससे पहले भी शंकर लाल का सगन जनसंपर्क शहर के कई वार्डों में हो चुका है। शहरी क्षेत्र में शंकर लाल की कड़ी मेहनत रंग लाने लगी है ग्रामीण क्षेत्र में उनका मजबूत पेट पहले से ही है अब शहर में भी उनकी जनसंपर्क ने लोगों को उनकी उपस्थिति के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया क्योंकि लगातार लोग शंकर लाल की जनसंपर्क कार्यकर्म में जुड़ने जा रहे हैं शहर के कई वर्ग समाज तो ऐसे हैं जो अब खुलकर शंकर लाल अग्रवाल के समर्थन पर उतर आए कांग्रेस और भाजपा के नाराज कार्यकर्ता भी दबे स्वर में शंकर के समर्थन खुलकर आने लगे हैं। कांग्रेस के बागी नेता एवं निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपनी राजनीतिक क्षमता आजमाने वाले शंकर लाल की कड़ी मेहनत और बढ़ते जनाधार स्पष्ट रूप से संकेत दे रहे हैं कि रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र के परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं। शंकर लाल शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों से संपर्क करने में कोई कमी नहीं कर रहे हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि दो-चार दिनों में बड़े संख्या में कांग्रेस और भाजपा के रुष्ट कार्यकर्ता शंकर के साथ ऑटो की सवारी कर सकते हैं हालांकि राजनीति में कब वजीर और प्यादे अपनी अलग चाल चल जाए इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होता है। फिलहाल शंकर लाल की ऑटो रिक्शा अपनी तेज रफ्तार पकड़ चुकी है। इस बात की चर्चा हर चौक चौराहे, ठेले, गुमटी और घरेलू महिलाओं के बीच भी होने लगा है। अब देखना होगा कि इन चर्च परिचर्चाओं का असर 17 नवंबर को कितना होता है।
